(Stress) तनाव क्या है ? तनाव के लक्षण, कारण और बचाव
(Stress) तनाव क्या है? दुनियाभर के सभी देशों के नागरिक बढ़ती तनाव प्रवर्ति से परेशान है. तनाव न केवल शारीरक शक्ति को नुकसान पहुंचता है बल्कि यह ओर दूसरे रोगों का कारण भी बन गया है. दूसरे देशों की अपेक्षा भारत के लोग तनाव से अधिक परेशान रहते है ।

पहले के लोग किसी भी बात को नज़रअंदाज करते थे लेकिन आज लोग छोटी-छोटी बातों को लेकर बैठ जाते है जो तनाव Stress का मुख्य कारण बन गया है. देखा जाये तो आज सभी वर्ग के लोग तनाव से ग्रसित है तो आप इस लेख को जरूर पढ़ियेगा इसमे आपको तनाव से जुड़ी विषय पर विस्तार से जानेंगे और ये आपके लिए जरूर फायदेमंद होने वाला है ।
Read Also – तनाव (Stress) क्या और क्यों होता है? और इसके प्रबंधक क्या होते है?
विषय-सूची
- 1 तनाव की परिभाषा – Stress Defination Hindi.
- 2 तनाव क्या है? What is Stress Meaning in Hindi
- 3 तनाव को कैसे समझे – How to Recognize Stress
- 4 तनाव के लक्षण क्या है – Symptoms of Stress in Hindi
- 5 1. भावनात्मक तनाव
- 6 2. व्यावहारिक तनाव
- 7 3. मानसिक तनाव
- 8 4. शारीरिक तनाव
- 9 तनाव (Stress) के कारण क्या है – Causes of Stress in Hindi
- 10 भविष्य की चिंता करना
- 11 दूसरों से आगे जाने की चाहत
- 12 असीमित प्राप्तिया
- 13 तनाव के दुष्प्रभाव क्या है – Side Effects of Stress in Hindi
- 14 हार्ट अटैक
- 15 माइग्रेन रोग
- 16 सिरदर्द
- 17 अनिद्रा
- 18 डिप्रेशन
- 19 तनाव से बचने के उपाय – How to Prevent Stress in Hindi
- 20 पर्याप्त नींद ले
- 21 व्यायाम करें
- 22 सकारात्मक सोच रखे
- 23 विचारों को साझा करना
- 24 तनाव की प्रमुख विशेषताएँ
- 25 बार बार होने वाले तनाव के प्रभाव – Chronic Stress in Hindi
- 26 कितना तनाव बहुत ज्यादा है?
- 27 महिलाएं अधिक हैं तनाव की शिकार
- 28 तनाव में न खाएं अधिक खाना
- 29 Disclaimer:-
- 30 Frequently Asked Questions (FAQs)
तनाव की परिभाषा – Stress Defination Hindi.
बेरोन- ‘‘तनाव एक ऐसी बहुआयामी प्रक्रिया है जो हम लोग में वैसी घटनाओं के प्रति अनुक्रियाओं के रूप में उत्पन्न होती है, जो हमारे दैहिक एवं मनोवैज्ञानिक कार्यो को विघटित करता है या विघटित करने की धमकी देता है।’’ माॅर्गन ‘‘हम लोग तनाव को एक आन्तरिक अवस्था के रूप में परिभाषित करते हैं,
जो शरीर की दैहिक माँगों (बीमारी की अवस्थायें, व्यायाम, अत्यधिक तापक्रम इत्यादि) या वैसे पर्यावरणी एवं सामाजिक परिस्थितियाँ जिसे सचमुच में हानिकारक, अनियंत्रण योग्य तथा निबटने के मौजूद साधनों को चुनौती देने वाला के रूप में मूल्यांकित किया जाता है। से उत्पन्न होता है।’’
हेन्स शैली ‘‘तनाव से तात्पर्य शरीर द्वारा आवश्यकतानुसार किये गये अविशिष्ट अनुक्रिया से होता है।’’
Read Also – 9 गज़ब अलसी के फायदे, नुकसान व उपयोग कैसे करे इन हिंदी
तनाव क्या है? What is Stress Meaning in Hindi
तनाव (Stress) क्या है? तनाव एक ऐसी प्रतिक्रिया है जो विपरीत परिस्थितियों के कारण उत्पन्न होती है. जीवन में कुछ असामान्य परिस्थितियां होती है जिसके वजह से व्यक्ति हमेश परेशान रहता है जिसके वजह से तनाव का जन्म होता है ।
शोधकर्ताओं के मुताबिक तनाव केवल मानसिक व शारीरिक बीमारि का वजह ही नही होता है. कार्यशील बनाये रखने की जीवन शक्ति भी है आपके लिए ज्यादा तनाव मृत्यु का कारण भी बन सकता है ।
तनाव को कैसे समझे – How to Recognize Stress
ज़्यादातर लोग तनाव को समझ नही पाते है वो ये नहीं जान पाते है की सकारात्मक और नकारात्मक में क्या अंतर है. जिसके कारण तनाव लोगों के लिए खतरनाक साबित होता है ।
आप जान लें की सकारात्मक तनाव व्यक्ति को शक्ति और ऊर्जा देता है वही नकारात्मक तनाव सक्रिय जीवन और स्वस्थ पर बुरा प्रभाव डालता है.
Read Also – विटामिन बी12 किसमें पाया जाता है – 5 best vitamin b12 foods in hindi
तनाव के लक्षण क्या है – Symptoms of Stress in Hindi
तनाव (Stress) क्या है? के बारे में तो हमने जान ही लिया है. तनाव के लक्षण क्या-क्या है इसको जानना बहुत जरूरी है. सभी व्यक्ति में एक जैसा लक्षण नही होता है. अलग-अलग व्यक्ति में आपको अलग लक्षण देखने को मिल सकता है ।
1. भावनात्मक तनाव
भावनात्मक तनाव का संबंध शरीर पर पड़ने वाली प्रतिक्रिया से होता है. भावनात्मक तनाव में आपको छोटी-छोटी बातों का बुरा लगना, असुरक्षा की भावना बढ़ जाना, खुद को अपराधी समझना, निराशा भर जाना, जिद्दी हो जाना, आलोचना बर्दाश्त न कर पाना, दूसरों की बातों या अन्य क्रिया कलापों पर शक करना आदि भावनात्मक तनाव का लक्षण है ।
2. व्यावहारिक तनाव
व्यावहारिक तनाव किसी भी व्यक्ति में देखने को मिल सकता है. लेकिन इसको समझना इसके लक्षण को पहचाना और समय रहते इसको नियंत्रण करना बहुत जरूरी है ।
व्यावहारिक तनाव के लक्षण में आप देख सकते है की बाल नोचना, नाखून को दातों से काटना, धूम्रपान का अधिक सेवन करना, सामान्य से अधिक भोजन का सेवन करना, अकेले रहना, लगातार बोलते रहना, होंठ चबाना, साफ-सफाई पर ध्यान न देना आदि इसके लाक्षा है ।
3. मानसिक तनाव
मानसिक तनाव में व्यक्ति को चिचिड़ापैन, याददाश्त का कमजोर होना, एकाग्रता की कमी, उलझे हुए विचर, निर्णय क्षमता में कमी आदि मानसिक तनाव के लक्षण है ।
4. शारीरिक तनाव
इसमे शारीरिक अंगों पर विशेष प्रभाव देखने को मिले है जिसका इलाज समय के साथ करना बहुत ही जरूरी है. इसमे बुजुर्ग ही नही बल्कि बच्चों में भी देखने को मिलता है ।
इसके अंतर्गत हाथ पैर ठंडे पड़ना, चक्कर आना, मुंह सुखना, दिल की धड़कने बढ़ना, जी घबराना, हथेलियों पर पसीना आना, बेचैनि आदि लक्षण होते है ।
Read Also – एस्परगर सिंड्रोम क्या है ? – लक्षण, निदान और इलाज हिंदी में (Asperger’s Syndrome)
तनाव (Stress) के कारण क्या है – Causes of Stress in Hindi
तनाव (Stress) क्या है? तनाव का कोई एक कारण नही है इसके बहुत से कारण होते है इसीलिए हम थोड़ा इसके बारे में भी जान लेते है ।
भविष्य की चिंता करना
आज इंसान के पास आज की चिंता ही नही रह गई है बल्कि वह आने वाले भविष्य को लेकर भी अधिक चिंता करना लगा है. जो की इसका प्रभाव उनके दिनचर्या और जीवन पर पड़ रहा है और तनाव को उत्पन्न करने में बहुत ही ज्यादा मदद कर रहा है ।
दूसरों से आगे जाने की चाहत
आज लोग किसी से कम नही रहना चाहते है चाहे वो पढ़ाई में हो, व्यापार, रहन-सहन आदि सभी में लोग दूसरों की तुलना करते हुए उनके जैस या उनसे आगे जाने की कोशिश करते है. इस कारण की वजह से वो तनाव से घिर जाते है ।
असीमित प्राप्तिया
बहुत लोग ऐसे है जो बहुत कुछ पाने के लिए असीमित प्राप्तियों को अपने दिमाग में रखते है. लेकिन जब प्रयासों के बाद भी उनको सफलता नही मिलती है तो वो तनाव का शिकार बन जाते है|
इतना ही कारण नही है और भी बहुत से ऐसी बाते है जो तनाव को लाने का काम करती है. किसी के व्यक्तिगत कारण भी तनाव के कारण हो सकते है जैसे – प्रेमी का वियोग,पारिवारिक कलह, लक्ष्य को प्राप्त करना, धन की कमी, बीमारी, बेरोजगारी, विवाह न होना आदि तनाव के कारण होते है ।
Read Also – गर्दन में दर्द की दवा, कारण और उपचार : Gardan Dard Ki Dawa
तनाव के दुष्प्रभाव क्या है – Side Effects of Stress in Hindi
तनाव जब अधिक बढ़ जाता है तो इसका नुकसान शरीर पर पड़ने लगता है. इसके दुष्प्रभाव के बारे में आप नही जानते है तो अब जान लीजिये ।
हार्ट अटैक
जब कोई तनाव से ज्यादा पीड़ित हो जाता है तो व्यक्ति के हृदय की मांसपेशियाँ सिकुड़ जाती है. जिसके करण हार्ट अटैक का खतरा भी बन जाता है ।
माइग्रेन रोग
तनाव में रहने वाला व्यक्ति जब ज्यादा सोचने लगता है तो उसका असर व्यक्ति के मस्तिष्क पर पड़ने लगता है. जिसके कारण मस्तिष्क की कार्यक्षमता कमजोर हो जाता है और माइग्रेन रोग से पीड़ित हो जाता है ।
सिरदर्द
तनाव के कारण व्यक्ति को सिरदर्द जैसी कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है ।
अनिद्रा
जो व्यक्ति तनाव से पीड़ित रहते है उनके मन में अनेकों प्रकार के विचार आते रहते है. जिसके कारण उन्हें नींद नही आता है और अनिद्रा रोग का शिकार हो जाता है ।
डिप्रेशन
तनाव से पीड़ित व्यक्ति अगर चिंतित या दुःखी होता है तो डिप्रेशन या कोमा में चला जाता है ।
Read Also – मधुमेह क्या है ? Diabetes का घरेलू इलाज
तनाव से बचने के उपाय – How to Prevent Stress in Hindi
इससे तो आप पूरी तरह से तो छूटकारा नही पा सकते है लेकिन आप शारीरिक गतिविधियों की मदद से आप तनाव से अपने शरीर को बचा जरूर सकते है ।
पर्याप्त नींद ले
किसी भी व्यक्ति के शरीर और मस्तिष्क को पर्याप्त नींद की जरूरत होती है. इसलिए प्रतिदिन सात से आठ घंटे की नींद जरूर लें ।
व्यायाम करें
व्यायाम मांसपेशियों को सक्रिय बनाकर उनको तनाव मुक्त करता है. उसे अलावा व्यायाम से मन व तन को शांति मिलती है और आप तनाव मुक्त रहते है ।
सकारात्मक सोच रखे
किसी भी कार्य के बारे में नकारात्मक सोच रखना तनाव का कारण बन सकता है. वही सकारात्मक सोच शरीर और मानसिक ऊर्जा को बढ़ाने का काम करता है. जिससे व्यक्ति तनाव से ग्रसित नही होता है ।
विचारों को साझा करना
कुछ लोग होते है जो अपने विचार को किसी से पहते नही है जिससे तो तनाव में चले जाते है, इसलिए तनाव को काम करने के लिए आप अपने विचार को अपने दोस्तों, अपने परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें आपका तनाव कम होगा ।
Read Also – Mota Hone Ka Tarika : मोटा होने का सरल तरीका (8 Step)
तनाव की प्रमुख विशेषताएँ
- तनाव एक अनुक्रिया है।
- तनाव उत्पन्न होने के अनेक कारण हो सकते हैं। अत: यह एक बहुआयामी प्रक्रिया है।
- तनाव में परिस्थितियाँ व्यक्ति के नियंत्रण से बाहर होती है।
- तनाव उत्पन्न होने पर व्यक्ति को शारीरिक एवं मानसिक दोनों प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- तनाव की स्थिति की कोई निश्चित समया विधि नहीं है। यह थोड़े समय के लिये भी रह सकता है और लम्बे समय तक भी। यह इस बात पर निर्भर करता है कि तनाव किस कारण से उत्पन्न हुआ है।
इस प्रकार स्पष्ट है कि तनाव एक ऐसी बहुआयामी प्रक्रिया है, जो तनाव उत्पन्न करने वाली घटना होती है, जिससे व्यक्ति के न केवल शारीरिक वरन् मानसिक कार्य भी विघटित हो जाते हैं।
Read Also – Jaundice In Hindi – पीलिया के लक्षण, कारण और इलाज
बार बार होने वाले तनाव के प्रभाव – Chronic Stress in Hindi
यदि आप बार-बार जोर देते हैं तो हममें से बहुत से आज की मांग की दुनिया में करते हैं, आपका शरीर उच्चतम तनाव की स्थिति ( state of stress meaning in hindi ) में अधिकतर समय हो सकता है। और इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं गंभीर तनाव (तनाव (Stress) क्या है?)
आपके शरीर में लगभग हर प्रणाली में बाधित होता है यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा सकता है, अपने पाचन और प्रजनन तंत्र को परेशान कर सकता है, दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है, और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है यह मस्तिष्क को फिर से ला सकता है, जिससे आप चिंता, अवसाद और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।
Read Also – Autism in hindi – ऑटिज्म क्यों होता है ? लक्षण, कारण और इलाज
कितना तनाव बहुत ज्यादा है?
व्यापक क्षति तनाव के कारण हो सकता है, यह अपनी सीमा को जानना महत्वपूर्ण है लेकिन बस कितना तनाव ( stress in hindi ) “बहुत अधिक” व्यक्ति से अलग है कुछ लोगों को जीवन के घूंसे के साथ रोल करने में सक्षम होना प्रतीत होता है, जबकि अन्य छोटे बाधाओं या कुंठाओं के चेहरे में उखड़ जाती हैं। कुछ लोग भी एक उच्च तनाव ( तनाव (Stress) क्या है?) जीवन शैली के उत्साह पर पनपे हैं।
महिलाएं अधिक हैं तनाव की शिकार
तनाव पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। बदलते सामाजिक परिवेश में महिलाएं बड़े पैमाने पर तनाव की शिकार हो रही हैं। इनमें कामकाजी महिलाओं की तादाद सबसे अधिक है। जहां घरेलू महिलाओं को घर के माहौल से तनाव होता है, वहीं कामकाजी महिलाएं घरेलू व बाहरी दोनों कारणों से तनाव की शिकार हो रही हैं
Read Also – लोध्र जड़ी के लाभकारी फायदे – Benefits Of Lodh In Hindi
तनाव में न खाएं अधिक खाना
आपने अकसर देखा होगा कि जब आप गुस्से या तनाव में होते हैं तो अधिक खाना खाने लगते हैं। उस वक्त खाना अच्छा तो नहीं लगता, लेकिन मन को शांत करने के लिए कुछ और सूझता भी नहीं। इस दौरान ज्यादा खा लेने से शरीर पर धीरे-धीरे चर्बी जमा हो जाती है।
इस आदत से छुटकारा पाने के लिए आप पर्याप्त पानी पिएं, दोस्तों से बात करें और आराम करें। इसके अलावा आप किसी एक्टिविटी में भी हिस्सा ले सकते हैं, जिससे इस दौरान अतिरिक्त कैलरी लेने से बच सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि अतिरिक्त कैलरी से बचाव आपको केवल तनाव से ही नहीं बचाता,
बल्कि कई अन्य बीमारियों से भी आपकी रक्षा करता है।तनाव से होने वाली बीमारियां
इस समस्या को हल्के में न लें, क्योंकि तनाव भरी जिंदगी जीने वाले लोग कैंसर, फेफड़ों संबंधी बीमारी, माइग्रेन, तेज सिरदर्द, घातक दुर्घटना, लिवर की समस्या, हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन, अल्सर, हाई ब्लड प्रेशर, एन्जाइना और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
Disclaimer:-
दोस्तों ये थी तनाव से जुड़ी पूरी जानकारी, मुझे उम्मीद है की आपको ये लेख तनाव (Stress) क्या है? आपको हेल्प करेगा. अगर आपको ये लेख पसंद आया तो शेयर जरूर करियेगा और इसे ही अच्छे-अच्छे जानकारी के लिए हमारे वैबसाइट पर आते रहे । |
Read Also – टांगों और पैर की नसों में दर्द का इलाज और मुख्य कारण
Frequently Asked Questions (FAQs)
Q.तनाव क्या है ? |
बेरोन- ”तनाव एक ऐसी बहुआयामी प्रक्रिया है जो हम लोग में वैसी घटनाओं के प्रति अनुक्रियाओं के रूप में उत्पन्न होती है, जो हमारे दैहिक एवं मनोवैज्ञानिक कार्यो को विघटित करता है या विघटित करने की धमकी देता है।” |
Q.तनाव का कारण क्या है? |
तनाव के कारण। तनाव पैदा करने वाली स्थितियों और दबावों को तनाव के रूप में जाना जाता है । हम आमतौर पर तनाव को नकारात्मक मानते हैं, जैसे कि थकाऊ काम का शेड्यूल या एक चट्टानी रिश्ता। हालाँकि, कोई भी चीज़ जो आप पर अत्यधिक माँग रखती है वह तनावपूर्ण हो सकती है। |
Read Also –