सुग्रीव की पत्नी का नाम क्या था ?

रामायण के अनुसार सुग्रीव की पत्नी का क्या नाम था ? और सुग्रीव के बारे में यह 5 रहस्य आप नहीं जानते होंगे। रामायण में सुग्रीव का रोल उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की अन्य लोगो का । आज के इस आर्टिकल में हम आपको रामायण से एक ऐसे महापुरष की बात करेंगे जो की लगभग प्रभु श्री राम के सच्चे मित्र है
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विषय-सूची
सुग्रीव के बारे में
सुग्रीव रामायण के एक प्रमुख पात्र है। सुग्रीव बालि के अनुज है।
हनुमान के कारण भगवान श्री राम से उनकी मित्रता हुयी।
जब भगवान श्री रामचंद्र जी से उनकी मित्रता हुयी
तब वह अपने अग्रज बालि के भय से ऋषिमुख पर्वत पर अंजनी पुत्र श्री हनुमान जी
तथा कुछ अन्य वफ़ादार रीछ (ॠक्ष) (जामवंत) तथा वानर सेनापतियों के साथ रह रहे थे।
सुग्रीव के बारे में यह 5 रहस्य
- सूर्यदेव का पुत्र सुग्रीव था। अर्थात बाली और सुग्रीव की माता एक ही थी, लेकिन पिता अलग-अलग थे।
- सुग्रीव के भाई बाली ने सुग्रीव की पत्नी और संपत्ति हड़पकर उसको राज्य से बाहर धकेल दिया था।
- ऋष्यमूक पर्वत पर ही सुग्रीव की मुलाकात वानरराज केसरी की मुलाकात हुई। केसरी ने सुग्रीव की सहायता के लिए अपने पुत्र हनुमानजी को सुग्रीव के पास छोड़ दिया।
- जब सुग्रीव ने राम और लक्ष्मण को देखा तो वह भयभीत हो गया। इतने बलशाली और तेजस्वीवान मनुष्य उसने कभी नहीं देखे थे। वह भागते हुए हनुमान के पास गया और कहने लगा कि हमारी जान को खतरा है।
- हनुमानजी ने प्रभु श्रीराम को सुग्रीव से मिलाया।
- बाली वध के बाद सुग्रीव किष्किंधा के राजा बने, अपने भाई बाली के पुत्र अंगद को युवराज बनाया
- सुग्रीव ने राम की सेना में रावण से युद्ध करने के बाद प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक में अयोध्या में भी गए थे।
- जब प्रभु श्रीरान ने अपनी लीला को सरयू में जल समाधि लेकर समाप्त किया, तब सुग्रीव भी उनके साथ उपस्थित थे।
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सुग्रीव की पत्नी का नाम
रामायण के कुछ क्षेत्रीय रूपांतरणों में यह भी दर्शाया गया है कि,
जिस समय लक्ष्मण ने किष्किन्धा की राजधानी के राजमहल के गर्भागृह में क्रोधित होकर प्रवेश किया था
उस समय सुग्रीव के साथ मदिरा-पान करने वाली उसकी प्रथम पत्नी रूमा नहीं अपितु तारा थी
जब की राम से मैत्री करते समय सुग्रीव ने अपने राज्य के छिन जाने से भी अधिक बालि द्वारा अपनी पत्नी रूमा के छिन जाने का खेद प्रकट किया था।
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बाली और सुग्रीव का जन्म
बाली और सुग्रीव के जन्म की कथा एक राक्षस से जुड़ी है।
क्युकी बलि और सुग्रीव के जन्म से पूर्व यह राक्षस ऋष्यमूक पर्वत पर रहता था
और वह के जीवों को परेशान करता थ।
एक दिन ऋक्षराज राक्षस को एक तालाब ऋष्यमूक पर्वत पर मिला तो उसने उसमे स्नान करने का विचार कर उसमे स्नान कर लिया
वह जैसे ही उस तालाब में स्नान किया तो वह एक सूंदर अप्सरा में परिवर्तित हो गया
जिसे देख वह बहुत अचंभित हो गया। अब वह इस बारे में गहन विचार कर ही रहा था
की इतने में इंद्रदेव उसी मार्ग से गुजर रहे थे और वे उस अप्सरा पर मोहित हो गए
जिससे उनका तेज उस ऋक्षराज राक्षस के केश पर जा गिरा जिससे बाली का जन्म हुआ।
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उसी समय सूर्य देव आसमान में उदय हो रहे थे
क्युकी वह सुबह का समय था सूर्यदेव भी उस अप्सरा पर मोहित हो गए
जिससे उनका तेज उस अप्सरा के ग्रीव पर जा गिरा जिससे सुग्रीव का जन्म हुआ।
Most Asked Q&A
Q 1. बाली और सुग्रीव कैसे पैदा हुए?
बाली देवराज इंद्रा के पुत्र है तो सुग्रीव सूर्यदेव के किन्तु दोनों की माता एक है जो की एक राछस थी
Q 2. सुग्रीव के पास कौन सी बड़ी सेना थी?
वानरों के राजा सुग्रीव और श्रीराम की सेना के प्रमुख प्रधान के पास 10,00,000 से ज्यादा सेना की सेना थी और हनुमान उनमे प्रमुख योद्धाओं में से एक थे
Q 3. सुग्रीव के लड़के का नाम क्या था?
दधिबल
Q 4. बाली का गुरु कौन था?
शुक्राचार्य
Q 5. बाली के बाप का नाम क्या है?
देवों के देव इंद्र बाली के पिता थे
Q 6. बाली के पुत्र अंगद का जन्म कैसे हुआ?
मंदोदरी ने अपना बालक तारा को देकर बोला कि आज मैं अपना अंग आपको अपना बेटा दान कर रही हूं आज से तुम ही इसकी माता होगी। पुत्र माता के शरीर का अंग होता है अतः इसका नाम अंगद है।
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