मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है ? Mainframe Computer उन कंप्यूटर को कहा जाता है जो अन्य कंप्यूटर से आकार में बहुत बड़े होतें हैं। आकार के साथ साथ इस कंप्यूटर में memory, data storage capacity भी बहुत ज्यादा होती है। इस प्रकार के कंप्यूटर में कई उच्च क्षमता वाले processor लगे होतें हैं।
इस कंप्यूटर का उपयोग बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ एवं संस्थान बहुत बड़े तार्किक और गणितीय समस्याओं को सेकण्ड्स में हल करने के लिए करती है। इस टाइप के कंप्यूटर को एक साथ कई लोग उपयोग में लेते हैं।
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विषय-सूची
- 1 मेनफ्रेम कंप्यूटर के Components :(Mainframe Computer)
- 2 Motherboard
- 3 Processor
- 4 Input/Output(I/Os)
- 5 Storage Unit
- 6 Communication Controller
- 7 Mainframe कंप्यूटर कैसे कार्य करता है ?
- 8 Mainframe कंप्यूटर के examples(उदहारण)
- 9 Mainframe कंप्यूटर का उपयोग कहाँ होता है ?
- 10 इ-कॉमर्स और इ-बिज़्नेस
- 11 अस्पताल
- 12 अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय
- 13 Advantages(फायदें) of mainframe computer in hindi
- 14 Disadvantages(नुकसान) of mainframe computer in hindi
- 15 मेनफ़्रेम कंप्यूटर का इतिहास (History of Mainframe Computer)
- 16 मेनफ़्रेम कंप्यूटर की विशेषतायें (Feature of Mainframe Computer)
- 17 FAQ: मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है
मेनफ्रेम कंप्यूटर के Components :(Mainframe Computer)
मेनफ़्रेम कंप्यूटर के कुछ सबसे महत्वपूर्ण components इस प्रकार हैं :-
Motherboard
एक motherboard में एक print किया हुआ circuit होता है जो CPU, RAM और कंप्यूटर के अन्य हार्डवेयर को एक अवधारणा (concept) जिसे हम bus interface कहते हैं उसकी मदद से कार्य करने में मदद करता है। Personal computer 32 या फिर 64 bit buses का उपयोग करती हैं लेकिन mainframe कंप्यूटर 128 bit buses का उपयोग करती है।
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Processor
एक mainframe कंप्यूटर में दो तरह के processor होतें हैं। जिसमे पहला Main processor होता हैं दूसरे को System Assistant Processor या SAP कहा जाता है। SAP डेटा को प्रोसेस नहीं करता है यह काम सिर्फ Main Processor का होता है। SAP का काम होता है डेटा को एक जगह से दूसरे जगह पर जल्द से जल्द पंहुचा देना।
Input/Output(I/Os)
Mainframe computer में और भी कुछ छोटे-छोटे विशिष्ट रूप के architecture से बने हुए processor लगे होतें हैं जो बड़े ही तीव्र गताी से प्राप्त हुए डेटा हो process कर के उसका output देते हैं।
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Storage Unit
Storage Device का उपयोग डेटा को कंप्यूटर में डालने, रखने, बाद में उपयोग करने के लिए उसमे सहेज कर रखने के लिए किया जाता है। Mainframe कंप्यूटर में लगाई जाने वाली ज्यादातर Storage Devices बाहर से लगाई जाने वाली होती है.
जैसे की Hard Drive,Punch Card ये सभी Mainframe कंप्यूटर के Processor से जुड़ी होती है और इनका नियंत्रण processor द्वारा ही किया जाता है। इन Hard Drives और Punch card की स्टोरेज क्षमता Personal कंप्यूटर के Hard drive की क्षमता से हजारो-हजारो गुना ज्यादा होती है।
Communication Controller
जैसा की हमने आपको इस लेख के शुरू में ही बताया था की इस कंप्यूटर का उपयोग एक साथ कई लोग कर सकते हैं। इस कंप्यूटर को कई लोग उपयोग में communication controller के वजह से ही ले पाते हैं।
दरअसल communication controller उपयोगकर्ता के कंप्यूटर से mainframe computer तक नेटवर्क,LAN और WAN की मदद से connection स्थापित करता है।
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Mainframe कंप्यूटर कैसे कार्य करता है ?
Mainframe Computer बहुत सारे डेटा को एक साथ CPU, SAP और I/Os की मदद से प्रोसेस करता है।
जब भी किसी यूजर द्वारा कोई इनफार्मेशन की मांग की जाती है जैसे की मान लीजिये आप IRCTC APP से किसी ट्रैन के बारे में जानना चाहते है तो ऐसे में आपके द्वारा क्या माँगा गया है ये इनफार्मेशन सीधा Mainframe कंप्यूटर के पास भेज दिया जायेगा।
इसके बाद में CPU इस डेटा को SAPs के पास भेजता है ताकि SAPs इन डेटा को सही I/Os में भेज सके। इसके बाद फिर I/Os जिन्हे कुछ इस तरह के डेटा को सँभालने के लिए ही कॉन्फ़िगर किया गया हैं वो इन डेटा को प्रोसेस करके सही output को वापस से यूजर के पास भेज देते हैं।
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Mainframe कंप्यूटर के examples(उदहारण)
- IBM z15
- IBM z14
- IBM system z13
- IBM system z10
- IBM system z9
- Zaguar;Cray XT5
- System z9
Mainframe कंप्यूटर का उपयोग कहाँ होता है ?
इ-कॉमर्स और इ-बिज़्नेस
इ-कॉमर्स और इ-बिज़नस कंपनियों का एक दिन में बहुत सारे पैसो का ऑनलाइन ट्रांसक्शन होतो है। इन ट्रांसक्शन का हिसाब रखने के लिए ये कंपनियां मेनफ़्रेम कम्प्यूटर्स को उपयोग में लेती है है साथ ही साथ ये कंप्यूटर इनके यूजर के डेटा को भी संभालती और प्रोसेस करती हैं।
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अस्पताल
मान लेते हैं की आप किसी बड़े अस्पताल में जाते है और वहां पर आप अपने या किसी और मरीज के स्वास्थ्य के बारे में जाने की कोशिस करते है तो संभव है की ये जानकारी उस वक़्त आपको किसी Mainframe Computer से लेकर दी जा रही हो क्युकी यह तो निश्चित है.
की लाखो करोड़ो मरीज की पूरी जानकारी एक साधारण कंप्यूटर में नहीं रखी जा सकती है। ये अस्पतालें अपने मरीजों के बीमारी, दवाएं, अगली शिड्यूल और मरीज के परिक्षण इतिहास को अपने mainframe कंप्यूटर में ही रखतें है।
जिसे की डॉक्टर्स जब भी मरीज को देखतें है तो उन्हें उस मरीज की सभी पुरानी जानकारी मिल जाती है जैसे की उन्होंने उस मरीज को पहले क्या दवा दी थी उसे क्या बीमारी है उसके बीमारी में किस तरह के सुधर आये हैं और भी बहुत कुछ।
अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय
अंतराष्ट्रीय विद्यालय में उनके प्रतबंधन को बहुत सारे लोगो का डेटा रखना पड़ता है। उन्हें अपने यहाँ काम करने वाले कर्मचारी, शिक्षक, छात्र-छात्राओं क जानकारी को उन्हें अपने पास रखने की जरुरत होती है.
ऐसे में विद्यालयों में इनलोगो की संख्या ज्यादा न होने के कारण वे आसानी से एक साधारण कंप्यूटर में ये सब डेटा सुरक्षित कर लेते है लेकिन विश्वविद्यालयों को इतनी साड़ी डाटा को रखने के लिए Mainframe कंप्यूटर की आवश्यकता पड़ती है।
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Advantages(फायदें) of mainframe computer in hindi
- इसका processing स्पीड बहुत ही fast है।
- Mainframe computer करोड़ो डेटा के लेन-देन को 100% सही से करने की क्षमता रखता है साथ में Mainframe computer लगातार काम करता रहता है इसे 1 सेकंड के लिए भी बंद होने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- Mainframe कंप्यूटर में अगर बिच में कभी कुछ components में गड़बरी आती है तो उसके पास बहुत सारे एक तरह के components होने के कारण वह ख़राब component के जगह किसी और कम्पोनेट का उपयोग में ले लेता है और अपना काम जारी रखता है। वह ख़राब component जब तक ठीक नहीं हो जाता तब तक वह उसके दूसरे कॉम्पोनेन्ट से ही काम चलाता रहता है।
- बहुत सारे inputs को एक साथ संभाल सकता हैं।
Disadvantages(नुकसान) of mainframe computer in hindi
- Mainframe computer का उपयोग एक साधारण computer के रूप में नहीं किया जा सकता है क्युकी यह किसी विशिष्ट कार्य के लिए बना होता है अतः यह कंप्यूटर सिर्फ एक विशिष्ट कार्य ही कर सकता है जिसके लिए यह बना है।
- इस तरह के कंप्यूटर बहुत ही महंगे होते है इसलिए यह personal computer के तरह आसानी से उपलब्ध नहीं है।
- Mainframe कंप्यूटर को ज्यादा जगह और कम तापमान की आवश्यकता होती है।
- इसे एक अलग तरह की ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) की आवश्यकता होती है।
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मेनफ़्रेम कंप्यूटर का इतिहास (History of Mainframe Computer)
कई शोधों के अनुसार दुनिया का पहला मेनफ़्रेम कंप्यूटर Harvard Mark I था, जिसे कि 1930 में Howard Aiken ने विकसित किया था, जो कि Harvard में एक Researcher थे. यह कंप्यूटर 1943 में बनकर तैयार हुआ. यह आकार में एक पूरे कमरे जितना बड़ा था और इसका वजन 5 टन था.
1945 में ENIAC (इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर) मेनफ़्रेम कंप्यूटर बनकर तैयार हुआ इसे J. Presper Eckert और John Mauchly ने विकसित किया.
ENIAC के निर्माण के बाद Eckert और Mauchly ने EDVAC (इलेक्ट्रॉनिक डिस्क्रीट वेरिएबल ऑटोमैटिक कंप्यूटर) के निर्माण का प्रस्ताव रखा जिसमें कई Logical सुधार शामिल थे, EDVAC 1949 में बनकर पूरा हुआ और 1951 में इसने काम करना शुरू किया.
1951 में इन दोनों अविष्कारकों ने UNIVAC I (Universal Automatic Computer I) मेनफ़्रेम कंप्यूटर को अमेरिका में विकसित किया. आज मेनफ़्रेम कंप्यूटर के प्रमुख और लोकप्रिय विक्रेता IBM, Hitachi, Amdahl, और Unisys हैं.
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मेनफ़्रेम कंप्यूटर की विशेषतायें (Feature of Mainframe Computer)
मेनफ़्रेम कंप्यूटर की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं –
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर आकार में मिनी और माइक्रो कंप्यूटर से बहुत बड़े होते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर यूजर को बड़ी मात्रा में डेटा को एक साथ प्रोसेस करने की अनुमति देते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर लंबे समय तक काम कर सकते हैं, इन्हें एक बार स्थापित करने के बाद ये लगभग 50 – 60 सालों तक सुचारू रूप से काम कर सकते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर पर एक साथ कई यूजर काम कर सकते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर में एक साथ कई प्रोग्राम को Execute किया जा सकता है.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर की मेमोरी बहुत अधिक होती है जिसके कारण यह बेहतर Performance देते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर Centralized Computing सिस्टम को सपोर्ट करते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर विभिन्न जटिल ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे UNIX, VMS आदि को मैनेज करने में सक्षम हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर में डेटा प्रोसेसिंग के दौरान कोई बग या एरर होनी की संभावना कम रहती है, क्योकि ये सभी प्रकार के बग को सिस्टम में घुसने नहीं देते हैं.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर में Virtual Storage सिस्टम का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर लगभग सभी प्रकार के इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस को सपोर्ट करते हैं.
FAQ: मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है
Q. पहला मेनफ़्रेम कंप्यूटर कौन सा था?
दुनिया का पहला मेनफ़्रेम कंप्यूटर Harvard Mark I था, जिसे कि 1930 से बनाना शुरू किया और 1943 में जाकर यह पूरा हुआ.
Q. मेनफ़्रेम कंप्यूटर आकार में कैसे होते हैं.
मेनफ़्रेम कंप्यूटर आकार में बहुत बड़े होते हैं, जो कि एक कमरे की जितनी जगह घेर लेते हैं. एक सामान्य मेनफ़्रेम कंप्यूटर 2000 Square Feet से लेकर 10000 Square Feet तक के एरिया को कवर कर सकता है.
Q. मेनफ्रेम कम्प्यूटर का उपयोग किन कार्यों के लिए और कहाँ किया जाता है?
मेनफ़्रेम कंप्यूटर में उपयोग अधिकतर बड़ी कंपनियों में, बैंकिंग, डिफेंस, चिकत्सा आदि के क्षेत्र में किया जाता है. मेनफ़्रेम कंप्यूटर का उपयोग ऐसे कार्यों के लिए किया जाता है जहाँ बहुत कम समय में बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेस करने की आवश्यकता होती है.
Q. मेनफ्रेम कंप्यूटर के कितने बिट्स होते है?
एक मेनफ़्रेम कंप्यूटर में 48, 60 या 64 बिट्स हो सकते हैं.
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