गर्दन में दर्द । गर्दन की नस में दर्द का इलाज । Gardan Dard Ki Dawa । gardan ke dard ki dawa ।Neck Pain Treatment in Hindi । गर्दन में दर्द के लक्षण । गर्दन दर्द से बचने के उपाय
हमारे शरीर में गर्दन कई प्रकार की गतिशीलता वाला अंग है और गर्दन की संरचना जटिल होती है। ऐसे में गर्दन के स्वास्थ्य का सीधा सम्बन्ध हमारे शरीर में पड़ता है। अगर आप अपने सभी काम बिना किसी परेशानी के कारण चाहते है, तो गर्दन के स्वास्थ्य पर ध्यान बहुत जरुरी है, क्योंकि गर्दन दर्द होने पर दैनिक रूप से किये जाने वाले सभी कार्यो को करने में असमर्थता होने लगती है।

गर्दन दर्द के अनेक कारण हो सकते है, परन्त्तु मुख्य रूप से गर्दन में दर्द, खराब मुद्रा या गर्दन को अप्राकृतिक रूप से हिलाना है। अधिकतर गर्दन दर्द की शुरुआत कंधे, गर्दन और इनके आस पास की मांसपेशियों से होती है। गर्दन दर्द के कारण कई बार गर्दन में सूजन, झुनझुनी और सिर दर्द की समस्या हो सकती है।
कई बार गर्दन में चोट लगने, तंत्रिका संपीड़न होने और शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी गर्दन में दर्द होने लगता है। अधिकतर गर्दन में होने वाला दर्द गंभीर नहीं होता है, कुछ दिनों बाद अपने आप ठीक हो जाता है। इसके विपरीत कई बार गर्दन दर्द कैंसर, रीढ़ की हड्डी में संक्रमण और अन्य किसी किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
गंभीर संकेतो के कारण होने वाला गर्दन दर्द लम्बे समय तक होता है, और इसमें गर्दन दर्द गंभीर होता जाता है। अगर आपको कई दिनों से गर्दन दर्द हो रहा है, तब इसे नजरअंदाज ना करे, क्योंकि लम्बे समय तक होने वाला गर्दन दर्द कई गंभीर बीमारियों का कारण हो सकता है। ऐसे दर्द का इलाज बिना डॉक्टरी सलाह के बिना नहीं किया जा सकता है।
इस पोस्ट में हम आपको गर्दन दर्द के लक्षण, कारण, इलाज और इससे बचने के क्या क्या उपाय किये जा सकते है, इसके बारे में बता रहे है। आइये जाने गर्दन दर्द के बारे में विस्तार से।
विषय-सूची
- 1 गर्दन दर्द के कारण (Causes of Neck Pain in Hindi)
- 2 गर्दन दर्द के लक्षण (Neck Pain Symptoms in Hindi)
- 3 गर्दन दर्द का घरेलू इलाज (Neck Pain Treatment at Home in Hindi)
- 4 सेब के सिरके से गर्दन दर्द ठीक करे
- 5 गर्दन दर्द की दवा (Gardan Dard Ki Dawa)
- 6 गर्दन दर्द गर्दन दर्द से बचने के उपाय (Prevention of Neck Pain in Hindi)
गर्दन दर्द के कारण (Causes of Neck Pain in Hindi)
1. सोते समय सिर के निचे बड़े और मोटे तकिये के इस्तेमाल से गर्दन में दर्द होने लगता है।
2. फ़ोन पर बात करते समय या कोई अन्य काम करते समय लम्बे समय तक गर्दन को झुकाये रखने से गर्दन में दर्द होने लगता है।
3. गर्दन में चोट लगने के कारण भी गर्दन में दर्द होने लगता है।
4. सोने के लिए गलत तरीके का चुनाव करने के कारण अगले ही दिन गर्दन में दर्द होने लगता है।
5. लम्बे समय तक एक ही अवस्था में बैठकर काम करने से या बैठने से गर्दन में दर्द होने लगता है।
6. रूमेटाइड अर्थराइटिस, कैंसर और मेनिनजाइटिस जैसी बीमारियों के कारण भी गर्दन में दर्द होने लगता है।
7. कंप्यूटर पर काम करते समय या पढ़ने समय आगे की ओर अधिक झुकने के कारण भी गर्दन में दर्द होने लगता है।
8. बहुत अधिक भारी वजन सिर पर रखने से भी गर्दन में दर्द होने लगता है।
9. ड्राइविंग के लिए भारी वजन वाले हेलमेट का इस्तेमाल करने से भी गर्दन में दर्द होने लगता है।
गर्दन दर्द के लक्षण (Neck Pain Symptoms in Hindi)
- झुनझुनी का अनुभव होना
- निगलने में परेशानी होना
- लिम्फ नोड में सूजन आना
- गर्दन पर हाथ लगाने पर दर्द होना
- शरीर कांपना
गर्दन दर्द का घरेलू इलाज (Neck Pain Treatment at Home in Hindi)
लैवेंडर आयल गर्दन दर्द के इलाज में उपयोगी
गर्दन की लैवेंडर आयल से मालिश करने से गर्दन की अकड़ी मांसपेशियों में ढीलापन आता है, जिसके कारण तनाव दूर होता है और नींद अच्छी आती है। गर्दन दर्द होने पर हल्के हाथो से Circular Motion में अपनी गर्दन की मालिश करे। लैवेंडर आयल में जैतून और नारियल का तेल भी मिलाया जा सकता है। कुछ लोगो को लैवेंडर आयल से एलेर्जी होती है, जिसके कारण मालिश से गर्दन दर्द और बढ़ जाता है। अगर आपको भी मालिश से ऐसी समस्या आ रही है, तो इस तेल से मालिश ना करे।
हल्दी से गर्दन दर्द का ट्रीटमेंट
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन तत्व एक फाइटोकेमिकल होता है। यह फाइटोकेमिकल शरीर में एंटी-इन्फ्लेमेटरी एजेंट की तरह काम करता है, जिसके कारण गर्दन दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। जब तक गर्दन दर्द ठीक ना हो जाये तब तक दिन में दो बार एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर इसे 5 मिनट के लिए उबाले और इसे ठंडा करके इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पी जाये।
आइस पैक से गर्दन दर्द का उपचार
अगर आप घरेलू नुस्खे के माध्यम से गर्दन दर्द को दूर करना चाहते है, तो आइस पैक का इस्तेमाल करे। यह गर्दन दर्द के इलाज का सबसे सस्ता घरेलू नुस्खा है। आइस पैक का कम तापमान इन्फ्लामेशन को कम करने में सहायक है, जिसके कारण गर्दन दर्द में आराम मिलता है।
एक प्लास्टिक की थैली में बर्फ के कुछ टुकड़े तोड़कर बांध ले। अब इस थैली को किसी सूती कपडे में लपेट ले और फिर इस कपडे को अपने गर्दन पर 15 से 20 मिनट तक घुमाये। दिन में तीन से चार बार ऐसा करने से गर्दन दर्द में आराम मिलेगा।
सेंधा नमक से गर्दन दर्द का घरेलू इलाज
सेंधा नमक में मैग्नीशियम सल्फेट होता है, जो दर्द को दूर करता है, सूजन को कम करता है और मांसपेशीयो को आराम देता है। सेंधा नमक में दर्द में राहत देने वाले, तनाव को कम करने वाले और मांसपेशीयो में होने वाले खिंचाव को ठीक करने वाले गुण पाए जाते है।
एक टब में गुनगुना पानी भर ले और इसमें आधा गिलास सेंधा नमक मिला ले। अब 20 मिनट के लिए गर्दन से निचे का पूरा हिस्सा डुबोकर इस टब में बैठ जाये। गर्दन दर्द ठीक ना जाये, तब तक ऐसा करते रहे। ध्यान रहे मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति ये घरेलू नुस्खा ना अपनाये।
व्यायाम से गर्दन दर्द दूर करने के उपाय
गर्दन के लिए कई प्रकार के व्यायाम है, इन व्यायाम के माध्यम से गर्दन दर्द को दूर किया जा सकता है। ये व्यायाम रोजाना करने से तनाव और डिप्रेशन दूर होता है, इसके साथ ही ये व्यायाम पीठ की ऊपरी और गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत बनाते है।
गर्दन दर्द से छुटकारा पाने के लिए अपनी गर्दन को कुछ देर सर्कुलर मोशन में घुमाएं। ऐसा करने से पहले कुछ दर्द होगा, परन्तु बाद में गर्दन दर्द में आराम मिलेगा। गर्दन दर्द दूर करने के लिए यह अच्छा व्यायाम है।
अदरक से गर्दन दर्द का उपचार
गर्दन दर्द के इलाज में अदरक प्राकर्तिक दवा की तरह काम करता है। इसका एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण दर्द और इन्फ्लामेशन को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में सहायक है।
दो कप पानी में अदरक के छोटे छोटे टुकड़े डालकर, जब तक उबाले तब तक पानी एक कप ना रहे जाये। अब इसे छानकर इसमें थोड़ा शहद मिलाकर इसे गुनगुना गुनगुना चाय की तरह पियें। दिन में तीन बार अदरक की ये चाय पीने से गर्दन दर्द में राहत मिलती है।
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गर्दन दर्द के इलाज में उपयोगी शीरा
अगर आपकी गर्दन में दर्द कैल्शियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण हो रहा है, तो शीरा आपके लिए उपयोगी है। शीरे में कैल्शियम और पोटैशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण इसके इस्तेमाल से हड्डिया मजबूत होती है, और मांसपेशियों को आराम मिलता है। गर्दन दर्द से निजात पाने के लिए जब तक गर्दन दर्द ठीक ना हो जाये तब तक, दिन में दो बार एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच शीरा मिलाये और इसे पी जाएँ।
लाल मिर्च से गर्दन दर्द का उपचार
आपको यह सुनकर थोड़ा अजीब लगे परन्तु ये सच है, कि लाल मिर्च के इस्तेमाल से गर्दन दर्द को ठीक किया जा सकता है। दरअसल लाल मिर्च में पाया कैप्साइसिन नामक तत्व में Anti-inflammatory और एनाल्जेसिक पाया जाता है। जिसके कारण दर्द से राहत मिलती है।
एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर को चार चम्मच जैतून के गर्म तेल में मिलाये। अब इसे गर्दन की उस मांशपेशी पर लगाएं, जिसमे दर्द हो रहा है। लाल मिर्च के इस घरेलू उपाय को गर्दन दर्द ठीक हो जाने तक दिन में दो बार इस्तेमाल करे। गर्दन दर्द से छुटकारा पाने के लिए कैप्साइसिन क्रीम का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, यह क्रीम मार्किट में आसानी से मिल जाती है।
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सेब के सिरके से गर्दन दर्द ठीक करे
गर्दन दर्द को ठीक करने के लिए सेब के सिरके का इस्तेमाल भी एक बढ़िया उपाय है। यह एक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जिसके कारण सेब के सिरके के इस्तेमाल से तुरंत आराम मिल जाता है। अगर गर्दन दर्द का कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी है, तब यह घरेलू नुस्खा और अधिक उपयोगी है।
एक बाथ टब में गुनगुना पानी भरकर उसके आधा बड़ा गिलास सेब का सिरका मिलाये। अब इस बाथ टब में गर्दन समेत पुरे शरीर को डुबोकर 15 मिनट के लिए बैठ जाये। रोजाना ऐसा करने से गर्दन दर्द की समस्या दूर हो जायेगी। इसके अलावा एक सूती कपडे में सेब का सिरका डाले और इस कपडे को दो से तीन घंटो के लिए अपनी गर्दन पर रखे। यह उपाय भी गर्दन दर्द में राहत दिलाने में उपयोगी है।
गर्दन दर्द की दवा (Gardan Dard Ki Dawa)
1. गर्दन दर्द होने पर लौंग के तेल में सरसों का तेल मिलाकर इस तेल से मालिश करने से गर्दन दर्द में आराम मिलता है।
2. सूती कपडे में थोड़ी सी अजवाइन बांधकर एक पोटली बना ले। अब इस पोटली को गर्म तवे पर रखकर इससे गर्दन की सिकाई करे। इस घरेलू उपाय से गर्दन दर्द में आराम मिलता है।
3. गुनगुने जैतून के तेल से गर्दन की मसाज करे और फिर गर्दन पर गर्म पानी में सूती टॉवल भिगोकर कुछ देर के लिए रखे। अगर आपकी गर्दन में दर्द अधिक है, तो इस घरेलू नुस्खे को दिन में दो से तीन बार अपनाये।
4. सोंठ का पाउडर सरसो के तेल में मिलाकर इस तेल से गर्दन की मालिश करने से गर्दन दर्द में राहत मिलती है।
गर्दन दर्द गर्दन दर्द से बचने के उपाय (Prevention of Neck Pain in Hindi)
1. तनाव और डिप्रेशन के कारण मांसपेशियों में तनाव है, जो गर्दन दर्द का कारण है, इसीलिए तनाव और डिप्रेशन से दूर रहे।
2. पीठ और गर्दन की मांसपेशियां को मजबूत बनाने के लिए तैराकी करे।
3. कुर्सी पर बैठकर काम करते समय, आगे की तरफ झुककर काम ना करे।
4. सोने के लिए पतले और सॉफ्ट तकिये का इस्तेमाल करे अगर हो सके तो तकिये का इस्तेमाल ना करे।
5. रोजाना मैडिटेशन और कपालभाती प्राणायाम करे, इससे गर्दन दर्द की समस्या नहीं होती।
6. अधिक समय तक एक ही पोजीशन में बैठे ना रहे।
7. धूम्रपान घाव भरने की प्रक्रिया को धीमा बना देता है, इसीलिए धूम्रपान ना करे।
इस पोस्ट में हमने आपको गर्दन में दर्द Gardan Dard Ka Upchar कैसे करे, इसके बारे में विस्तार से बताया। आपको गर्दन दर्द के बारे में मिली ये जानकारी कैसी लगी, और इस जानकारी से आपको कितना और किस प्रकार फायदा हुआ, इसके बारे में हमें कमेंट करके बताये। कमेंट करने के लिए पोस्ट के निचे बने कमेंट बॉक्स में जाये और अपना कमेंट टाइप करे।
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