ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Brain Tumor Symptoms in Hindi)
Brain Tumor Kaise Hota Hai in Hindi – आजकल सिर दर्द होना एक सामान्य प्रॉब्लम हैं। सिर दर्द होने पर हर कोई दर्द से छुटकारा पाने के लिए कोई भी पेन किलर खा लेता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, बार बार सिर दर्द होना जानलेवा हो सकता हैं।
जी हाँ, सिर दर्द ब्रेन ट्यूमर का एक बड़ा लक्षण हैं। ऐसा जरुरी नहीं कि सिर दर्द का मतलब आपको ब्रेन ट्यूमर हैं, ऐसा हैं। लेकिन सिर दर्द बार बार होना ब्रेन ट्यूमर का मुख्य लक्षण हैं। लेकिन अधिकतर लोग इसपर ज्यादा ध्यान नहीं देते।
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विषय-सूची
ब्रेन ट्यूमर क्या है (Brain Tumor In Hindi)
जब मस्तिष्क की कोशिकाएं असामान्य तरिके से अनियंत्रित होकर विकसित होने लगती हैं, तब ब्रेन ट्यूमर होता हैं। ब्रेन ट्यूमर को मस्तिष्क कैंसर भी कहते हैं। हमारे शरीर में जरूरत के हिसाब से कोशिकाएं फैली होती हैं। ये कोशिकाएं जरूरत के हिसाब से बढ़ती हैं, और फिर अपने आप नष्ट हो जाती हैं। कोशिकाओं का बढ़ना और नष्ट होना सामान्य प्रकिर्या हैं। लेकिन जब यह प्रकिर्या बांधित होती हैं, तो ये कोशिकाएं ट्यूमर बनने लगती हैं।
जब यह प्रकिर्या बांधित होती हैं, जब नयी कोशिकाएं समय अनुसार पैदा होती हैं, लेकिन पुरानी कोशिकाएं नष्ट नहीं होती। जिसके कारण कोशिकाएं की संख्या बहुत अधिक हो जाती हैं। बढ़ी हुयी कोशिकाएं की एक गांठ (ट्यूमर) बन जाती हैं। ये गांठ ही कैंसर का कारण होती हैं। जब कोशिकाओं की ये गांठ हमारे मस्तिष्क में बनती हैं, तो यह ब्रेन ट्यूमर अर्थात ब्रेन कैंसर का रूप ले लेती हैं।
शरीर में ट्यूमर या गांठ बनने के अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे दूषित भोजन खाने से, विषाणु से संक्रमण से या फिर अनेक प्रकार के नशीले पदार्थो के सेवन से। ये सेल्स हमारे शरीर में प्रवेश कर जाती हैं, लेकिन मरती नहीं। ये धीरे धीरे गांठ का रूप धारण कर लेती हैं। सेल्स की संख्या जैसे जैसे बढ़ती रहती हैं, ट्यूमर का आकर भी वैसे वैसे बढ़ता जाता हैं। ब्रेन के जिसे भाग में कैंसर की गांठ बनती हैं, ब्रेन का धीरे धीरे काम करना बंद कर देता हैं।
पुराने ज़माने में कैंसर जैसी बीमारी का नाम सुनने को भी नहीं मिलता था, लेकिन आज ये रोग संक्रमण की तरह तेजी से फ़ैल रहा हैं। ब्रेन ट्यूमर अधिकतर 50 साल की उम्र के बाद होता हैं। लेकिन आजकल प्रदुषण और मिलावटी चीजों के कारण यह रोग 15 साल के बच्चो में भी देखने को मिल रहा हैं।
ब्रेन ट्यूमर कितने प्रकार का होता हैं –
ब्रेन ट्यूमर खतरनाक और मामूली दोनों प्रकार का हो सकता हैं। ब्रेन ट्यूमर का खतरनाक और मामूली होना इस कैंसर को जन्म देने वाली शुरूआती कोशिकाओं के पर निर्भर करता हैं। सबसे आम खतरनाक ब्रेन ट्यूमर ग्लियोमास हैं। इस ब्रेन ट्यूमर में ग्लियोब्लास्टोमा मल्टीफ़ॉर्म, ओलिगोडेंड्रोग्लियोमा और एस्ट्रोसाइटोमा शामिल हैं। सबसे आम मामूली ब्रेन ट्यूमर मेनिनजियोमा हैं।
बिनाइन ट्यूमर – बिनाइन ट्यूमर ब्रेन के दूसरे हिस्सों में नहीं फैलता। इस ट्यूमर को आसानी से निकाला जा सकता हैं, लेकिन इस ट्यूमर की खतरनाक बात ये हैं, कि यह ट्यूमर दोबारा बनने लगता हैं। बार बार जब ये ट्यूमर बनता हैं, तो ये ट्यूमर मेलिग्नेंट का रूप ले लेता हैं।
मेलिग्नेंट ट्यूमर – ये ट्यूमर बहुत खतरनाक और संवेदनशील होता हैं। ये ट्यूमर हमारे दिमाग और दिमाग के अन्य हिस्सों में तेजी से फैलता हैं। ये ट्यूमर इतना खतरनाक हैं कि ये रीढ़ की हड्डी तक फ़ैल जाता हैं।
ब्रेन ट्यूमर का पता कैसे लगाया जाता हैं (Brain Tumor Kaise Hota Hai)
ब्रेन ट्यूमर का पता केवल उसके लक्षणो के आधार पर नहीं लगाया जा सकता। यह एक खतरनाक रोग हैं, जिसका पता कुछ मुख्य डॉक्टरी जाँच द्वारा ही किया जा सकता हैं। तो चलिए ब्रेन ट्यूमर का पता लगाने के लिए कौन कौन सी जाँच कराई जाती हैं।
1. ब्रेन ट्यूमर का पता लगाने के लिए व्यक्ति की शारीरिक जाँच की जाती हैं।
2. ब्रेन से ऊतकों का नमूना लेकर माइकोस्क्रोप द्वारा जाँच की जाती हैं। इस जांच को बायोप्सी कहते हैं।
3. सिटी स्कैन (CT Scan ) और एमआरआई (MRI) जैसी जाँच भी की जाती हैं।
ब्रेन ट्यूमर से बचने के कुछ उपाय –
1. नशीली और शरीर को नुकसान देने वाली चीजी जैसे ड्रग्स, सिगरेट, शराब का सेवन ना करे।
2. नींद कम लेने के कारण भी ब्रेन में कोशिकाओं की गांठ बननी शुरू हो जाती हैं, जो आगे जाकर ब्रेन ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। इसीलिए नींद लेना बहुत जरुरी हैं।
3. तनाव ब्रेन ट्यूमर का एक बड़ा कारण हैं। तनाव हमारे ब्रेन पर अतिरिक्त दवाब डालता हैं, जो बहुत खतरनाक हैं। इसीलिए तनाव से हमेशा दूर रहे।
4. खाना समय पर खाये। खाना हमेशा संतुलित मात्रा में और पौष्टिक पदार्थो से युक्त होना चाहिए। बाहर के डिब्बा बंद खाने से बचे। ये जानेलवा हो सकता हैं।
5. योग रखे शरीर को रोग मुक्त रखता हैं। शरीर को रोग मुक्त और स्वस्थ रखने के लिए रोजाना योगा करना जरुरी हैं।
6. हमारे शरीर में पानी की मात्रा सबसे अधिक हैं। पानी की कमी के कारण शरीर में अनेक रोग हो सकते हैं। इसीलिए भरपूर मात्रा में पानी पियें। पानी पिने से शरीर में मौजूद गन्दगी पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाती हैं।
ब्रेन ट्यूमर या मस्तिष्क कैंसर की चार स्टेज होती हैं। मस्तिष्क कैंसर की पहली स्टेज को नार्मल या प्राथमिक स्टेज कहते हैं। इस स्टेज में मरीज को इलाज संभव होता हैं। जैसे जैसे ब्रेन ट्यूमर जाता हैं, तो ये अपनी लास्ट स्टेज पर पहुँच जाता हैं। यह स्टेज बहुत खतरनाक होती हैं। इसमें मरीज को बचा पाना बहुत मुश्किल हो जाता हैं।
ब्रेन ट्यूमर की पहली स्टेज – इस स्टेज पर मरीज का इलाज आसानी से किया जा सकता हैं। इस हिस्से में ट्यूमर दिमाग के दूसरे हिस्सों में नहीं फैलता और कोशिकाओं का विकास भी बहुत धीरे धीरे होता हैं। इस स्टेज में मरीज की खोपड़ी की सर्जरी करके आसानी से ब्रेन से ट्यूमर को अलग कर दिया जाता हैं। इस स्टेज पर मरीज का इलाज रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी द्वारा भी किया जाता हैं।
ब्रेन ट्यूमर की दूसरी स्टेज – ये स्टेज पहली स्टेज से थोड़ी खतरनाक होती हैं। इस स्टेज में ट्यूमर ब्रेन के दूसरे हिस्से में भी फैलने लगता हैं। इस स्टेज पर अगर ट्यूमर को बढ़ने से रोका नहीं गया, तो यह धीरे धीरे बहुत बड़ा रूप ले लेता हैं। इसीलिए इस स्टेज पर ही ट्यूमर को कण्ट्रोल करना जरुरी हैं।
ब्रेन ट्यूमर की तीसरी स्टेज – इस स्टेज पर ट्यूमर काफी विकराल रूप ले चूका होता हैं। इस स्टेज पर खतरनाक कैंसर सेल्स शरीर के दूसरे हिस्सों को तेजी से नुकसान पहुंचाने लगती हैं। इस स्टैग पर व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद कर देता हैं। स्थति अधिक खराब होने पर व्यक्ति अपना मानसिक संतुलन भी खो बैठता हैं। इस स्टेज पर मरीज का इलाज करना काफी कठिन हो जाता हैं। रेडिएशन थेरेपी द्वारा कुछ हद तक इस स्टेज पर ब्रेन ट्यूमर का इलाज किया जा सकता हैं।
ब्रेन ट्यूमर की चौथी और लास्ट स्टेज – इस स्टेज पर ट्यूमर पुरे शरीर में फैलकर शरीर को नुकसान पहुंचाने लगता हैं। इस स्टेज में मेडिकल जांचो द्वारा भी खतरनाक ऊतकों का पता लगाना कठिन हो जाता हैं। इस स्टेज पर लेजर, कीमो और रेडिएशन थेरेपी द्वारा कुछ हद तक इलाज संभव हैं।
आज हमने आपको ब्रेन ट्यूमर क्या है, ब्रेन ट्यूमर कैसे होता हैं, और ब्रेन ट्यूमर से किस प्रकार बचा जा सकता हैं, इस बारे में जानकारी दी। आपको ये जानकारी जरूर पसंद आयी होगी, और इससे आपको बहुत लाभ भी हुआ होगा। शरीर का हर एक अंग शरीर के लिए जरुरी हैं, इसीलिए अपने स्वास्थ का ध्यान रखना बहुत जरुरी हैं। पोस्ट को बारे में अपने विचार कमेंट के माध्यम से जरूर बताये। कमेंट करने के लिए पहले की तरह पोस्ट के निचे बने कमेंट बॉक्स में जाये।
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